देश की खातिर मरते-मिटते, देखो अमर जवान को
खेतों में हरियाली लाए, शत-शत नमन किसान को !
जय जवान की बहादुरी को, शत्रु ने अब पहचाना है
किसानों की मेहनत को, हमने अंतर्मन से जाना है
इनके खून-पसीने ने, चमकाया भारत के भाल को
खेतों में हरियाली लाए, शत-शत नमन किसान को !
गर्मी, सर्दी, आंधी और, बरसात से नहीं डरते जो
बन प्रहरी इस देश के, अपनी रखवाली करते वो
उसकी भी जय बोलो, जो सम्मान दिलाए देश को
खेतों में हरियाली लाए, शत-शत नमन किसान को ! -अश्विनी रॉय ‘सहर’
खेतों में हरियाली लाए, शत-शत नमन किसान को !
जय जवान की बहादुरी को, शत्रु ने अब पहचाना है
किसानों की मेहनत को, हमने अंतर्मन से जाना है
इनके खून-पसीने ने, चमकाया भारत के भाल को
खेतों में हरियाली लाए, शत-शत नमन किसान को !
गर्मी, सर्दी, आंधी और, बरसात से नहीं डरते जो
बन प्रहरी इस देश के, अपनी रखवाली करते वो
उसकी भी जय बोलो, जो सम्मान दिलाए देश को
खेतों में हरियाली लाए, शत-शत नमन किसान को ! -अश्विनी रॉय ‘सहर’
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