कोका-कोला मानव चयापचय
अथवा 'मेटाबोलिज्म' के लिए एक खतरनाक ज़हर की
तरह है. इसकी एसिडिटी का स्तर बैटरी में मिलने वाले तेज़ाब के आसपास है. यह कई
घरेलू क्लीनरों की तरह सफाई करने के काम में प्रयुक्त किया जा सकता है. तीसरी
दुनिया के देशों में इस तरह के पेय पदार्थ शुद्ध पेय जल की तुलना में आसानी से
उपलब्ध हैं. इस कोल्ड ड्रिंक को पीने वाले लोगों में ह्रदय एवं श्वास रोग होने की
संभावना बहुत अधिक होती है.
कार्बोराइज्ड ड्रिंक पीने से हड्डियों से केल्शियम की हानि होती है. आप इस कमी
को दूर करने के लिए सब्जियां, फल या दूध तो ले सकते हैं परन्तु केल्शियम अवशोषण के
लिए केवल इसके स्त्रोत ही पर्याप्त नहीं होते! यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकतर लोग
इस प्रकार के पेय पदार्थों के सेवन करने में अपनी शान समझते हैं. यह सब अशिक्षा
एवं अज्ञानता के कारण हो रहा है. हमारी सरकार द्वारा ऐसे हानिकारक पेय पदार्थों पर
अविलम्ब प्रतिबन्ध लगाया जाना चाहिए.
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